न मैं भीगूँ न मैं जूलूँ ....


सावन की बूँदें गयीं सूखी 
बिन तेरे मेरे पास वे

मैं भीगूँ मैं जूलूँ 
तेरे आने की आस में

राह दिखा बिजुरी ले जा बदरी 
मोहे साजन पास वे

मोहे लगता ये सावन भी झूठा 
बिन साजन साथ के

तुझ बिन सूना सावन जैसे 
कोयल गाती बिरहा के राग वे

अब भी जा की भीग जाउँ 
सावन की बूंदों में तेरे साथ मैं

Comments

  1. सावन की बूँदें आ गयीं सूखी बिन तेरे मेरे पास वे
    न मैं भीगूँ न मैं जूलूँ तेरे आने की आस में


    वाह .... क्या बात है

    लाजवाब !

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  2. ये वर्ड वेरिफिकेशन अगर ना हो ... तो क्या हो ??

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