हम अब तक तन्हा


काश की वो हमसे भी मिला करते 
 दिखाते हम उन्हें अपनी चाहत बेपनाह

कैसे बताएं उन्हें की करते हैं हम  
बेसब्री से पलकें बिछाए उनका इंतज़ार

काश की वो हमसे भी मिला करते  
सुनते हम बैठे उनकी बातें सारी सारी रात

कैसे बताएं उन्हें की उनकी आवाज़ सुनने को  
ये दिल कब से है बेकरार

काश की वो हमसे भी मिला करते 
 कर देते मुस्कुरा अपनी जाँ उनपे निसार

कैसे बताएं उन्हें की उनकी मुस्कराहट पे 
 ये दिल धडक उठता है सौ बार

जाने क्यों करते है उनसे प्यार इतना  
वो आये कभी और हम अब तक तन्हा

Comments

  1. भावनाओं की कशिश की सुन्दर अभिव्यक्ति...शुभकामनाएं ..

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  2. भावनाओं की कशिश की सुन्दर अभिव्यक्ति...शुभकामनाएं ..

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